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मैं हाजी शारदा बाई किन्नर नायक राजा नल का नरबर गढ़ से हमारा निकास है और हमारी जाती गद्दी के हिसाब से दादा गंगाराम जी की उत्पत्ति से हम हैं | नरबर की गद्दी से जो तमाम घर निकले हैं उन सब की मैं मालिक हूँ क्योंकि मैं इन घरों की प्रमुख किन्नर हूँ | सबसे पहला घर
1. कोटे के सराय जो कि लश्कर से बाहर विक्की फ़ैक्टरी के चौराहे से लेकर शुरू हो जाता है इस कोटे के सराय के अंतर्गत आने वाले सभी ग्रामीण क्षेत्र को बाईसी कहा जाता है
2. दूसरा घर ग्राम आँतरी गिर्द ग्वालियर मध्यप्रदेश, आँतरी का तमाम ग्रामीण क्षेत्र ,
3 . डबरा पिछोर इसके तमाम ग्रामीण क्षेत्र सबकी मालिक
4 . सीहोर , भितरवार इनसे जुड़े हुए सभी अन्य ग्रामीण क्षेत्र की मालिक
5. मगरौनी और इसके तमाम ग्रामीण क्षेत्र की की गद्दी की मालिक
6. नरबरगढ़ और इसके तमाम ग्रामीण क्षेत्र के मालिक
7. ग्राम चोरपुरा ( सुभाषनगर ) इसके ग्रामीण तमाम क्षेत्र शिवपुरी तक आख़री सीमा है
8. ग्राम मोहना और इसके तमाम ग्रामीण क्षेत्र की मालिक
9. बड़ी शिवपुरी और शिवपुरी के तमाम ग्रामीण क्षेत्र
10. ग्राम कौलारस और इसके अन्य ग्रामीण क्षेत्र
11. ग्राम लुकबासा और इसके तमाम ग्रामीण क्षेत्र की मालिक
~~ इन सभी इलाके को मैंने अलग अलग किन्नरों को कायम करके उन्हें इलाके दिए हैं, अन्य बचा हुआ डबरा मंडी और इसके तमाम ग्रामीण क्षेत्र की मालिक मैं हूँ और मेरे बाद जो भी मेरी उत्तराधाकारी होगी वो मेरी चल अचल संपत्ति शहरी इलाका एवं डबरा क्षेत्र के तमाम लगने वाले तमाम ग्रामीण क्षेत्र की वो मालिक होगी जिसको कि मेरे आजु बाजु की सौंकने या मेरे नरबर के घर भईये जो भी किन्नर हैं वो नियुक्त करेंगे और अगर मैं जीते जी अपना उत्तराअधिकरी जिसको घोषित कर जाउंगी किन्नर समाज में अन्यथा राज सरकार में फिर मेरे बाद वो ही उत्तराअधिकरी रहेगा | सर्वप्रथम मेरी किन्नर समाज से प्रार्थना एवं अनुरोध है और राज्यसरकार से मेरा नम्र निवेदन है कि जीते जी मेरे एवं मेरी मृत्यु के बाद भी इन सब शर्तो नो माननीय किया जाये ( माना जाये ) एवं कृपया मैं क्षमा चाहूंगी किन्नर समाज से कि हर गद्दी के हर क्षेत्र का खुलासा करना समय का आभाव और टेक्निकल LIMIT की मजबूरी समझें क्यों कि इस कॉलम में ज्यादा ब्यौरा नहीं आ सकता इसलिए बराये मेहरबानी जितना भी मैंने लिखवाया है वो ही सत्य है और आप भी उसको सत्य मानें
जय हिंदुस्तान जय हमारी किन्नर समाज की परंपरा , मेरे गुरु का नाम गुरु मुनीरजाँन है |
मेरा स्थाई निवास गुप्तापुरा हंस महल तहसील डबरा जिला ग्वालियर, मध्य प्रदेश है |
Sharda Bai Shammim Shahira
Dera Incharge : Dera Sharda Bai Shammim Shahira Mangalmukhi |